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Jasoos Image from: pexels.com |
जासूसी हो गई जिसके नाम से..
क्यों खतरा इस देश को ..
अपने ही आवाम से..
या रंक से राज राजा होने की..
कहानी बहुत पुरानी है..
किसी को अपनी कुर्सी बचानी है..
या राजतंत्र को चलाना है ..
लोकत्तंत्र नाम से..
खास हो बैठे हमारे वोट से..
जो कभी हम जैसे आम थे..
अब किसान मजदूर गरीब ..
किसी को नही पहचानते..
आजीवन राजयोग का अपना सपना...
सच करना है दंड भेद साम से..
सालो राजा बने रहना है..
अत्याचार करना जनता आम पे...
ये कौन दुश्मन घुस आया..
जासूसी हुई जिसके नाम से..
Ye koun dushman ghus aaya..
Jasoosi ho gayi jiske naam se..
Kyo khatra hai desh ko..
apne hi awam se ..
Ya raja se rank hone ki ..
Kahani bahut purani hai..
Kisi ko apni kursi bachani hai..
Ya rajtantra ko chalana hai..
Loktantra ke naam se..
Khas ho baithe hamare hi vote se..
Jo kabhi ham jaise aam thei..
Ab kishan mazdur garib ..
Kisi ko nahi pahchante..
Aajivan rajyog ka sapna apna..
Sach karna hai dand bhed saam se..
Salon Raja bane rahna hai..
Atyachar karna hai janta aam pe..
Ye koun dushman ghus aaya..
Jasoosi huyi jiske naam se..
_जे पी एस बी
कविता की विवेचना:
जासूसी/jasoosi कविता spy software जिसकी पूरे
विश्व में चर्चा है और भारत में भी व्यापक चर्चा है ।इसी पर आधारित यह कविता है।
न्यूज में है कि भारत में भी इसका इस्तेमाल कर जासूसी
की गई है कुछ लोगों की , जासूसी किसने और क्यों की
अभी तक पता नहीं।
यह shoftware सरकारों के पास ही होता है जैसा कि न्यूज में चर्चा है, तो किस बाहरी सरकार ने हमारे देश में
जासूसी कराई इसका पता लगना चाहिए यही चर्चा है ।
"जासूसी" कविता में जैसा कि न्यूज है इस सॉफ्टवेयर के बारे में उसी का वर्णन है ।यह राज खुल ही जायेगा एक दिन, कविता को पढ़े और कृपया शेयर करें।
... इति ...
_जे पी एस बी
jpsb.blogspot.com
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