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Tera Desh Mera Desh - India Image from : pixabay.com |
तेरा देश मेरा देश..
तेरे मन की बात..
मेरे मन की बात..
सबके मन की बात..
करता है कोई एक..
क्या है वो कोई दरवेश..
मन की बात में देश का भला..
किसको आती है रिझाने की कला..
देश में हैं देश वासी..
आबादी है अच्छी खासी..
सुनते हैं मन की बात नतमस्तक..
चाहे गरीबी दे कितनी भी दस्तक..
मुगल शनशाह आए और चले गए..
अंग्रेज बहादुर आए और चले गए..
सोन चिड़िया को नोचा खतोचा ..
जितना जी चाहा जमकर लूटा ..
जाने से पहले चिड़िया पत्थर की कर गए..
अब एक अपना आया है ..
मुगल और अंग्रेजो की नीतियां लाया है..
क्यों कि ये नीतियां गुलाम बनाने में...
कारगार सिद्ध थी, इस लिए प्रसिद्ध थी..
चंद मुट्ठी भर अंग्रेजो के सामने ..
जनता उस समय लाचार थी..
वही कारगर नीति अब भी लागू है..
कितना भी सता लो, जनता पाए लागू है..
जनता महंगाई बेरोजगारी सब सह लेगी..
जनता उफ्फ आह तक नही कहेगी..
यहां गुलाम बनाना बहुत आसान है..
पहले खूब सुहाने सपने दिखाओ ..
अपनी पावर रूतवा बढ़ाओ ..
एक अच्छी सी कुर्सी पकड़ लो..
फिर जनता को गुलामी की जंजीरों में जकड़ लो..
जी हजूरी यहां बेहिसाब है..
राजा बन ज़ी भर जिओ..
क्यों कि मौका और मानव जन्म ..
एक बार ही मिलता है..
मरना जीना स्वर्ग नरक किसने देखा है..
राजनीति एक खेला है इसमें मौका और धोखा है..
मौका है मन की इच्छाएं पूरी कर लो..
एसो आराम सुखों से अपनी झोली भर लो..!!
_जे पी एस बी
कविता की विवेचना:
तेरा देश मेरा देश/ Tera desh Mera desh कविता में राजनैतिक अवरसरवाद का उल्लेख किया गया है।
ईश्वरीय कृपा और सौभाग्य से ही देश सेवा का अवसर प्राप्त होता है, इस अवसर का सदुपयोग कर देश आलौकिक ऊंचाइयों पर पहुंचाया जा सकता है।
और स्वार्थ वाद में देश का अनजाने में बहुत बड़ा नुकसान हो जाता है जिसकी पूर्ति करना भी असंभव है।
राजनेताओं के हांथ में देश का मान मर्यादा भविष्य होता है ,देश को विकाश के नए शिखर पर राजनेता पहुचाते हैं।
" तेरा देश मेरा देश" नेता का देश औधोगपती का देश और आम जनता का देश हम सबका देश यानी हमारा देश का जिक्र किया गया है।
कविता को पढ़े और कृपया शेयर करें।
... इति...
_ जे पी एस बी
jpsb.blogspot.com
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