नन्हीं सी परी उतरी..
हमारे द्वार गगन से..
हम सब सम्मोहित हैं..
देख उसे मगन से..
मनमोहक स्वरूप उसका..
नन्हीं सी काया..
देख उसके रंग रूप को..
दिल को बहुत आनंद आया..
माता पिता बनने का..
दिव्य सौभाग्य..
शुभ - भव्य ने पाया..
नानी - नाना बनकर कर..
अन - सन ने खूब..
आनन्द लुफ्त उठाया..
दादी - दादा, मौसी - मामा..
भी खूब झूमे शान से..
नन्हीं परी ने पूरे किए..
जो दिलों में अरमान थे..
हमारी परी हमारी परी..
कह कर झूमे हैरान से ..
नन्हीं परी ने जन्मते ही..
नन्हे नन्हे हाथों से..
उंगली मां की थामी है..
गुडिया बहुत ही ..
सौभाग्यवती नामी है..
भारत की परी आ गई..
उड़कर अमरीका..
कितनी शुभ घड़ी..
सुनहरा सा दिन था ..
खुशियों भरा माहौल..
हमारे आंगन में छाया ..
भारत का रिश्ता जोड़ रही..
अमेरिका से नन्हीं सी काया..
लक्ष्मी स्वरूप है..
जिसके दर्शन को ..
हर कोई तरसे..
जहां पड़े कदम इस परी के..
वहां वहां खूब धन बरसे..
हम सब परिवार वाले..
अपनी नन्हीं परी को..
दिन रात लुभाएंगे..
खेलेंगे उसके साथ..
नई नई लोरियां गा गा के..
उसको खूब खिलाएंगे..
प्यार ढेर सारा बरसाएंगे..!!
_जे पी एस बी
कविता की विवेचना:
नन्हीं परी/ Nanhi Pari कविता हकीकत में एक नन्हीं सी परी की पृथ्वी पर अवतरित होने की शुभ घड़ी की सच्ची कहानी है।
आलौकिक रूप रंग जैसा कविता में वर्णित है से भी सुंदर नन्हीं परी उसके नए नवेले माता पिता की मुराद पूरी करती है, और सारे नाते रिश्तेदारों को भी खुशी सुख से आनंदित करती है।
सब परी के आगमन की खुशी में झूम रहे हैं एक दूजे को बधाइयां मिठाईयां दे हांथ चूम रहे हैं।
खुशी की खबर सब दूर पहुचाई जा रही है, फोन मोबाइल वीडियो काल लगाई जा रही है ।
तस्वीर परी सी गुडिया की मोबाइल व्हाट्स एप पर पाकर सब खुश हो रहे हैं, अनेक बार तस्वीर को देख रहे हैं , मन ही नही भरता।
"नन्हीं परी" कविता सौभाग्यशाली गुडिया को गरिमामई ईश्वर का आशीर्वाद है, बहुत यश धन्य धान्य से प्रफूलित हो पूरे परिवार का नाम रोशन करे।
... इति...
_जे पी एस बी
jpsb.blogspot.com
Author is member of SWA Mumbai
©Apply
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