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Nanha Farista Image from : pixabay.com |
ओ नन्हे से फरिश्ते..
तू आया मुट्ठी भींचे..
मुट्ठी में हमारी तकदीर लाया..
कोमल सी सुंदर तेरी काया..
तू सबके मन को भाया..
चमक उठा हर मुखड़ा खुशी से..
जब तू दिव्य मुस्कान मुसकाया..
तेरे स्वागत में..
खुले दरवाजे हमारे दिल के
तुमसे दिल का नाता..
हम सबको है लुभाता..
ईश्वर का अनमोल वरदान तू..
आया हमारे हिस्से ..
ओ नन्हे से फरिश्ते..
सौभाग हमारा..
जुड़े जो तुमसे रिश्ते..
झूमे हम खुशी से..
ईश्वर का प्यार तू..
जो हम पर बरसाया..
भाग्य के दरवाजे खुले..
जब से तू आया..
बन गए कई रिश्ते..
मां बाबा, अजी अजोबा..
नाना नानी, मामी मामा..
काका काकी,दीदी दादा..
सबने किया मुस्करा के..
स्नेह प्यार का वादा..
ओ नन्हे से फरिश्ते..
तुमसे अपना नाता..
तुमसे लाड के रिश्ते..
खेलेंगे तुमसे ..
सुबह शाम..
सुनाएंगे तुम्हे गुड्डा गुड्डी के..
किस्से..
कभी लोरी सुनाएंगे..
कभी कोई गीत पुराना..
तू है हमारा कान्हा..!!
#
_ जे पी एस बी
कविता की विवेचना:
नन्हा फरिश्ता/ Nanha Farista कविता नए आए उस मेहमान के स्वागत में है जो दूसरे लोक का फरिश्ता है और हमारे लोक में आया है।
नया जन्म लेने वाला हर बच्चा उस परिवार के लिए फरिश्ता ही है। वो मुठिया बंद करके उन बंद मुठिया में परिवार की तकदीर लाता है।
पूरा परिवार फरिस्ते की आगमन की खुशियों में झूम जाता है। उसके रूप रंग की प्रशंसा करता है और नन्हे फरिश्ते की निर्मल मधुर मुस्कान पर मुग्ध हो जाता है।सबको लगता है कि फरिश्ता सबके लिए कुछ न कुछ किस्मत लाया है क्यों की वह ताजा ताजा भगवान से मिल कर आया है।
नन्हा फरिश्ता भी मंद मंद मुस्कान से उनको तृप्त कर देता है और विश्वाश दिला देता है की वो उनके लिए खास भगवान का आशीर्वाद लेकर आया है।
हर किसी का मन नन्हे फरिश्ते से खेलने का मन होता है और खेलकर एक अनोखी खुशी हासिल होती है।
मां का तो वो आंख का तारा है, मां एक पल भी अपने फरिश्ते को आखों से ओझल नहीं होने देती उसकी हर खुशी का पल पल ध्यान रखती है ,उसे तो जैसे सारे जहां की दौलत भी कही ज्यादा सब कुछ मिल गया है।
पिता भी दिल में अरमान और गुमान लिए घूमता है कि यह फरिश्ता मेरा बेटा है मुझ से बहुत ही खास नाता है।
"नन्हा फरिश्ता " कविता में फरिश्ते के जादुई मोहपाश में आकर लिखी गई कविता है, अपने आस पास नन्हे फरिश्ते को देखे और उसे बहुत प्यार दें।
कृपया कविता को पढ़े और शेयर करें।
... इति...
_जे पी एस बी
jpsb.blogspot.com
Very Nice
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