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जीना तेरी रज़ा में..
मरना तेरी रज़ा में..
जैसा तू रखे प्रभू..रहना तेरी रज़ा में..
तेरी कृपा बनी रहे हमेशा...
समय भले ही हो कैसा...
दुख में संभलना सीखा दे...
सुख में सदबुधि प्रदान करें
सारे संसार को सुख समृद्धि दे..
कायम रहे दुनिया में भाईचारा...
कोई भी ना कहलाए बेचारा...
दुनिया के राजनेताओं को ...
विनम्रता और न्याय का मादा दें...
तानाशाही अत्याचार ना करें...
उन्हें ऐसा पक्का इरादा दें...
स्वर्ग लोक यही पृथ्वी पर हो..
कोई गरीब लाचार ना कहलाए..
एक दूजे के लिए अच्छे विचार हो...
सबके मन में प्यार ही प्यार हो..
कोई एक दूजे को न बांटे..
कोई किसी का हक ना काटे..
सबकी सच्ची उम्मीदें पूरी हो..
भगवन आपसे भी ना दूरी हो...
प्रभु आपके दर्शन हैं जरुरी..
तभी तो जीवन यात्रा होगी पूरी..
प्रभु आपकी हर आज्ञा मानेंगे...
जैसा आप चाहेंगे बनने की थानेंगें..!!
ॐ जय श्री गणपते नमः।।
ॐ नमः शिवाय ।।
Jeena Teri rajja main..
Marna Teri Rjja main..
Jaisa tuo rakhe prabhu..
Rahna Teri Rjja main ..
Teri kripa bani rahe hamesha..
Samay bhale hi ho kaisa..
Dukh main sambhalna sikha de..
Sukh main sad budhi pradan karen..
Sare sansar ko sukh samrudhi de ..
Kayam rahe duniya main bhaichara..
Koi bhi na kahlay bechara..
Duniya ke rajnetayo ko ..
Vinimerta aur nyay ka mada de..
Tanashahi atyachar na karen..
Unhe aisa pakka irada de..
Swarg Lok ho yahi par ..
Koi Garib lachar na kahlay ..
Ek duj ke liye achhe vichar ho..
Sabke mann main pyar hi pyar aaye..
Koi ek duje ko na baate..
Koi kisi ka hak na Kate..
Sabki sachchi ummedey puri ho..
Bhagwan aapse bhi na duri ho..
Prabhu aapke darshan hai jaroori..
Tab bhi tou hogi jivan yatra puri ..
Prabhu aapki har agya manenge..
Jaisa aap chahe banane ki thanege..!!
Ohm jai shree Gneshay Nashaa..||
Omh Namah shivay....||
JPSB
कविता की विवेचना:
तेरी रज़ा/ Teri Rjja कविता श्री गणेश भगवान को प्रार्थना के रूप में लिखी गई है।
गणेश भगवान का फेस्टिवल 10 sep से प्रारंभ हो रहा है जो कि 21sep तक रहेगा।
अंतिम दिन अनतचतुर्थी होती है इस दिन गणेश भगवान की परित्माओ की भव्य शोभा यात्रा सभी प्रमुख नगरों में निकाली जाती है , और सभी गणेश भगवान की परित्माओं को जल विसर्जित कर दिया जाता है।
और यह उधगोष किया जाता है" गणपति बप्पा मोरिया पुदचे वर्स लव कर या। गणेश भवन जी अगले वर्ष जल्दी आएं।
यह फेस्टिवल पूरे भारत में बहुत हरसोल्लाश से मनाया जाता है। इस फेस्टिवल की शुरुआत बाल गंगाधर तिलक जी ने महाराष्ट्र में की थी, जो कि बाद में पूरे भारत में मनाया जाने लगा, महाराष्ट्र में विशेष रूप में भव्य आयोजन किए जाते हैं।
जैसे कि दुर्गा पूजा बंगाल के लिए विशेष है , उसी तरह गणपति भगवान का उत्सव महाराष्ट्र के लिए विशेष उत्सव है।
गणपति उत्सव से भारत में त्योहारों की शुरुआत होती है जो दिवाली तक रहती है। गणपति के त्योहार से व्यापार व्यवसाय में बढ़ोतरी होती है जो कि दिवाली तक रहती है।
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श्री गणेश भगवान के बारे में जानकारी:
श्री गणेश भगवान , महादेव शिव शंकर एवम माता पार्वती जी के पुत्र हैं।इन्हे प्रथम पूज्य भगवान प्रथमेश भी कहा जाता है। हिंदू धर्म में कोई भी शुभ कार्य श्री गणेश भगवान की पूजा से ही प्रारम्भ होता है, इससे कार्य में भगवान श्री गणेश के आशीर्वाद से कार्य में कभी विघ्न नही आता इसलिए गणेश भगवान को विघ्नहर्ता भी कहते हैं।
श्री कार्तिक भगवान श्री गणेश के बड़े भाई हैं, गणेश भगवान की पत्नी रिद्धि और सिद्धि हैं जो कि श्री विषकर्मा भगवान की पुत्रियां हैं।
श्री गणेश भगवान के दो पुत्र शुभ और लाभ हैं उनकी पुत्री संतोषी मां हैं।
गणेश भगवान को कई नामों से संबोधित किया जाता है: उनके अन्य नाम:
गणपति,विनायक,गजानन,गणेश्वर,गौरीनंदन,गौरीपुत्र,सिद्धिविनायक,अस्तविनायक,सुभकर्ता,सुखकर्ता, श्री गणेश, गण धिपति।
गणपति जी को चढ़ावे में दुर्वा घास, लड्डू और मोदक पसंद हैं।
गणेश भगवान की सवारी मोसक है, इसी मोसक पर उन्होंने माता पिता महादेव शिव शंकर और माता पार्वती के चक्कर लगा कर प्रथम पूज्य का वर महादेव से पाया था।
जब उन्हें ब्रमाहंड का चक्कर लगाने को कहा था, उनका जवाब था मेरे माता पिता ही मेरा ब्रह्मांड हैं।
उनके भारत भर में कई मन्दिर हैं मुंबई का सिद्धविनायक और पुणे का दगद्दू हलवाई प्रसिद्ध मंदिरों में से हैं।
इसके अलावा अस्तविनायंक मंदिरों की श्रृंखला है जो सब महाराष्ट्र में स्तिथ हैं इन आठ मंदिरों की यात्रा शुभ मानी जाती है और भक्त अपनी मनोकामना पूर्ण करने के लिए यह यात्रा करते हैं।
अस्थाविनायक मंदिरों के नाम:
1.मयूरेश्वर _मोरगांव में स्थित
2. सिद्धि विनायक _सिधातेक में स्थित
3.बालेश्वर_पाली में स्थित
4. वरद्विनायक_महाद में स्थित
5.चिंतामणि_थेयुर में स्थित
6. गिरिजात्मल_लेयंद्री में स्थित
7.विघ्नहर_ओझर में स्थित
8.महागणपति_राजनगांव में स्थित
इन सब मंदिरों की यात्रा कई टूरिंग और ट्रैवल कंपनिया अपनी लग्जरी बसों से कराती हैं।
"तेरी रज़ा" कविता में श्री गणेश भगवान से सारे संसार की मंगल कामना की गई है, बुराइयों को हटा कर शुभ करें भगवान।
कृपया कविता को पढ़े और शेयर करें।
... इति...
_जे पी एस बी
jpsb.blogspot.com
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