ओलोम्पिक गोल्ड के लिए..
भारत वर्षो तरसा..
नीरज आपकी अथक मेहनत..
और लगन प्रयासों से टोक्यो में..
आखिर भारत के लिए सोना बरसा..
ओलोम्पिक गोल्ड के लिए सपना..
अब सच हुआ, गोल्ड हुआ अपना..
इस गोल्ड से खुसियो ने ली अंगड़ाई है..
नीरज तुम्हारी अथक मेहनत रंग लाई है..
इस गोल्ड ने देश वासियों को..
हर्सो उलासित किया भरपूर..
एक खास जशन का मौका देकर..
देश वासियों के कई गम किए दूर..
नीरज तुम्हारी चीते सी फुर्ती..
आंखो को चकाचौंध करती है..
देश के युवाओं में नया जोश भरती है..
उत्साह और प्रेणना कि तुम भी करो कुछ और..
इस एक ओलंपिक गोल्ड से..
कई और गोल्डन बॉय गर्ल बनेंगे..
भारत को अगले ओलंपिक में..
सोने की चिड़िया बनाने का काम करेगें..
नीरज देश को तुम पे अभिमान और गुमान है..
जो देश का किया किया तूने ऊंचा नाम है..
देश के परचम को आसमान की बुलंदियों पर लहराया..
देश का तू पहला ट्रेक फील्ड का गोल्डन बॉय कहलाया..!!
Track & field main..
Olompic gold ke liye ..
Bharat varshon tarsa..
Neeraj aapki athak mehnat..
Aur lagan prayason se Tokyo main..
Akhir bharat ke liye sona barsa..
Olompic gold ke liye sapna..
Ab sach hua, gold hua apna..
Is gold se khushiyon ne li angdai hai..
Neeraj tumhari athak mehnat rang layi hai..
Is gold ne desh vasiyon ko..
Harso ullasit kiya bharpur..
Ek khash jashan ka mouka dekar..
Desh vasiyon ke kai gam kiye dur..
Neeraj tumhari chite si furti..
Aankhon ko chakachaundh karti hai..
Desh ke yuvao main naya josh Bharti hai..
Utsah aur parena ki tum bhi karo kuchh aur..
Is Olompic gold se ..
Kai golden boy girl banege..
Bharat ko agle Olompic me..
Sone ki chidiya banane ka kaam karenge..
Neeraj desh ko tumpe abhiman aur guman hai..
Jo desh ka kiya tumne uncha naam hai..
Desh ke parcham ko ashman ki bulandiyon par lahraya..
Desh ka tu pahla track & field ka golden boy kahlaya..!!
..जे पी एस बी
कविता की विवेचना:
गोल्डन बॉय/ Golden Boy कविता भारत के लिए ओलंपिक ट्रेक एण्ड फील्ड का पहला एहतासिक गोल्ड
मेडल जो टोक्यो ओलम्पक में नीरज चोपड़ा ने जीत कर देश का और अपना नाम इतिहास के पन्नो में स्वर्णिम अक्षरों से हमेशा के लिए अंकित कर दिया है।
नीरज चोपड़ा का जन्म हरियाणा के गांव खंडरा में 24Dec. 1997को हुआ था,नीरज चोपड़ा के पिता सतीश कुमार किसान हैं और मां सरोज देवी गृहणी है।
नीरज चोपड़ा 5 भाई बहिन हैं।
नीरज चोपड़ा ने 11साल की उमर से भला फैंकना सुरु किया था।
उन्होंने 2016 में साउथ एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीता था। 2017में एशियन एथेलिक्स चैंपियनशिप में गोल्ड जीता था ,इसके बाद 2018कॉमन वेल्थ गेम्स में भी गोल्ड जीता था।
नीरज चोपड़ा को 2018 में अर्जुन अवार्ड दिया गया था।
नीरज चोपड़ा भारतीय सेना में जूनियर कमीशन अधिकारी हैं।
देश का नाम पुरे विश्व में ऊंचा किया और एक सौ तीस करोड़ देशवासियों का सीना गर्व से चौड़ा किया है, देश को अपने सपूत पर नाज है।
नीरज की गौरव गाथा जग जाहिर है, इसी गौरव गाथा को
कविता की पंक्तियों में कहने का प्रयास किया है।जब की नीरज की गौरव गाथा कहने के लिए कई उपन्यास भी काम पड़ेंगे।
Golden Boy कविता को पढ़े और कृपया शेयर करें।
... इति..
_जे पी एस बी
jpsb.blogspot.com
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