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Pyar Sapna Sa |
प्यार बनाया कुदरत ने..
लगे सुहाना सपना सा..
प्यार में पराया भी हो जाए..
बहुत पास अपना सा..
मन में मधुर तरंगे उठने लगें..
जागते में सपने दिखने लगें..
दिल धुन बना धड़कने लगे..
हवाओ में संगीत बजने लगे..
ये ही प्यार की निशानियां हैं..
कितनी मनोहर कहानियां है..
मन हर पल गुनगुनाने लगे..
हम भी प्यार के गीत गाने लगे..
यह प्यार ही तो है..
जो लगे सुहाना सपना सा..
प्यार में पराया भी हो जाए..
बहुत पास अपना सा..
ये रिश्ते नाते प्यार की डोर में..
बड़े स्नेह दुलार से हैं गूंथे..
प्यार से गूंथा धागा कभी ना टूटे..
प्यार रिश्तों का है श्रृंगार न्यारा..
प्यार एक चमकता सितारा..
एक दूजे के दिल को दिल ..
की धड़कन सुनाई दे रूबाई सी..
मन को मन का एहसास हो..
लगी प्यार की जैसे प्यास हो..
यह प्यार ही तो है..
जो लगे सुहाना सपना सा,..
प्यार में पराया भी हो जाए..
बहुत पास अपना सा..
तुम मेरी धुन में रहो हर छंढ..
मैं तुम्हारे ख्यालों में खोया रहूं..
हर नजारे में तुम नजर आओ..
कुछ भी सोचो तो मुझे वहां पाओ..
परछाइयां बन रहें एक दूजे की..
तुम मेरी छाया रहो हमेशा..
मैं रहूं तुम्हारे ख्याबो में समाया..
जैसे हो एक दूजे की हो काया..
यह सब प्यार ही तो है..
जो लगे सुहाना सपना सा..
प्यार में पराया भी हो जाए..
बहुत पास अपना सा..!!
_जे पी एस बी
कविता की विवेचना:
प्यार सपना सा/ Pyar sapna sa कविता प्यार की परिभाषा की ओर इंगित करती है।
प्यार बनाया कुदरत ने प्यार के कई प्रकार मां बेटे / बेटी का प्यार ,भाई बहिन का प्यार,पिता पुत्र/ पुत्री का प्यार, पति पत्नी का प्यार, प्रेमी प्रेमिका का प्यार आदि।
प्यार शब्द आते ही जहन में प्रेमी प्रेमिका ही उभर कर सामने आते है, बाकी रिश्ते पीछे छूट जाते है जबकि उतना ही बल्कि उससे कही ज्यादा प्यार का महत्व अन्य रिश्तों में होता है।
प्यार ही ने सबको आपस में बांध रखा है प्यार के पक्के धागे से रिश्ते नाते अच्छे से गूंथे गए है ताकि किसी भी हाल में टूटे ना ।
" प्यार सपना सा" कविता में कुदरत की चमत्कारी देन प्यार का वर्णन किया है प्यार की महिमा को बताई है।
कृपया कविता को पढे और शेयर करें।
...इति...
_जे पी एस बी
jpsb.blogspot.com
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